दंतोद्गम विश्लेषण H PSdaelAan Zzat IiO067 Lu QqH
![]() | यह लेख मुख्य रूप से अथवा पूर्णतया एक ही स्रोत पर निर्भर करता है। कृपया इस लेख में उचित संदर्भ डालकर इसे बेहतर बनाने में मदद करें। |
दंतोद्गम विश्लेषण (Dentition analyses), दांत और जबड़े के मापन की प्रणाली है जिसका उपयोग विकलदन्तविज्ञान (orthodontics =orthodontology) में किया जाता है, जैसे चाप स्थान (आर्क स्पेस) को समझने तथा ताँदों और उनके कार्यस्थान (bite) के सही स्थान पर न होने का पूर्वानुमान करने के लिये।[1]
दंतोद्गम विश्लेषण के उदाहरण दिये जाते हैं-।
अनुक्रम
- 1 स्थायी दंतोद्गम (वयस्क दांत) विश्लेषण
- 2 मिश्रित दंतोद्गम विश्लेषण
- 3 चिकित्सकीय आर्क विश्लेषण
- 4 सन्दर्भ
स्थायी दंतोद्गम (वयस्क दांत) विश्लेषण[संपादित करें]
- ऊपरी दांत
- पोंट्स विश्लेषण
- लिंडर हार्ट इंडेक्स
- कोरखौस विश्लेषण
- आर्क परिधि विश्लेषण
- निचले दांत
- एशले होवेस विश्लेषण
- कार्येस विश्लेषण
- ऊपरी और निचले दांत
- बोल्टन विश्लेषण
मिश्रित दंतोद्गम विश्लेषण[संपादित करें]
- मोयेर्स मिश्रित दंतोद्गम विश्लेषण
- तनाका और जॉनसन विश्लेषण
- रेडियोग्राफिक विश्लेषण
- बेलार्ड और विली विश्लेषण
- स्टले केर्बर विश्लेषण
चिकित्सकीय आर्क विश्लेषण[संपादित करें]
- इनटरमोलर चौड़ाई
- आर्क लंबाई
- आर्क परिधि
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ Ngan, P. "Management of space problems in the primary and mixed dentitions". Journal of American Dental Association.
|access-date=
दिए जाने पर|url= भी दिया होना चाहिए
(मदद)